दालों के दान से जानें समृद्धि और पापो से मुक्ति का रास्ता।

April 25, 2024

सनातन धर्म में दान–पुण्य का विषेश महत्व है। प्राचीन समय से ही दान की परंपरा रही है। आज भी लोग मन की शान्ति मनोकामना पूर्ति, पुण्य की प्राप्ति, ग्रह दोषों से छूटकारा पाने के लिए और देवी देवताओ का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए दान करते हैं। माना जाता है कि आप जो भी दान वा पुण्य करते है और जिस तरह से दान करते हैं। उसका आपको लाभ कहीं न कहीं किसी भी प्रकार से जरूर मिलता है। इसलिए हर व्यक्ति को अपने सामर्थ्य के अनुसार दान जरूर करना चाहिए।

 

यदि आप अपने जीवन में सुख और समृद्धि बनाए रखना चाहते है तो कुछ विषेश प्रकार की दालें है जिनका दान आपको अवश्य करना चाहिए। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, दालों को दान करने का बहुत अधिक महत्व है। यदि आप अपनी राशि, कुंडली के बारे मे जानकारी प्राप्त करना चाहते है या दान धर्म से संबंधित बाते जानना चाहते हैं तो आप डिवाइन टॉक से संपर्क कर सकते हैं।

 

आइए जानते हैं कोन सी दालों का दान करना शुभ होता हैं।

 

उड़द की दाल

 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनिवार के दिन काले उड़द की दाल का दान करना बहुत शुभ होता हैं। शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित है। इस दिन उड़द की दाल का दान करने से शनि देव प्रशन होते हैं और उनका नकारात्मक प्रभाव कम होता है। इसके अलावा आपको व्यवसाय में आ रही किसी भी परेशानी से छुटकारा मिलता है। 

 

अरहर की दाल

 

यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में व्रह्षपति की स्थिति कमजोर है या गुरु दोष है या फिर आपको आपके वैवाहिक जीवन में परेशानियां आ रही हो, तो आप गुरूवार को अरहर की दाल का दान करें। ऐसा करने से भगवान विष्णु प्रशन होंगे।

 

मसूर की दाल

 

यदि आपकी कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति कमज़ोर है तो मंगलवार के दिन मसूर दाल का दान करें। मसूर की दाल का दान ज्योतिष में स्वास्थ्य और धन के संबंध में एक महत्वपूर्ण उपाय के रूप में जाना जाता है। इसे धार्मिक और आध्यात्मिक प्राथमिकताओं के साथ-साथ व्यक्तिगत और परिवारिक समृद्धि के लिए भी किया जाता है। इसका प्रयोग ग्रहों के दोषों को दूर करने और अनुकूल कार्यों को प्राप्त करने के लिए किया जाता है। 

 

मूंग की दाल

 

ज्योतिष शास्त्र में दालों में मूंग की दाल का दान करना शुभ माना गया है। बुधवार के दिन मूंग की दाल का दान करना चाहिए। बुधवार के दिन मूंग दाल का दान करने से भगवान श्री गणेश प्रशन होते हैं और आपकी सभी परेशानियों को हर लेते हैं। मूंग दाल का दान करने से आर्थिक लाभ होता है। 

 

चने की दाल

 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुरूवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित है। भगवान विष्णु को प्रशन करने के लिए चने की दाल का दान करना चाहिए। चने की दाल का दान करने से व्यक्ति के जीवन में आ रहीं समस्याओं का समाधान हो जाएगा। ऐसा करने से गुरु ग्रह दोष से मुक्ति मिलती है।

 

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q. किस प्रकार से दालों का दान किया जाता है?

A. दालों का दान विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है। धार्मिक दृष्टिकोण से, यह धर्मिक संस्कृतियों में धर्मिक पुण्य के लिए किया जाता है। यह दान धर्मिक स्थलों जैसे मंदिरों, गुरुद्वारे, मस्जिदों, चर्चों, आश्रमों, आदि में भोजन बाँटने के रूप में किया जा सकता है। व्यक्तिगत स्तर पर, दालों का दान गरीब और अवसाधित लोगों को भोजन प्रदान करने के लिए भी किया जा सकता है। इसके अलावा, कई बार लोग दालों का दान ब्रह्मचर्य, व्रत, यात्रा, आदि के दौरान भी करते हैं।

Q. क्या हैं दालों के दान के धार्मिक और सामाजिक लाभ?

A. धार्मिक लाभ: धर्मिक दृष्टिकोण से, दालों का दान धर्मिक पुण्य के रूप में माना जाता है। इसके माध्यम से व्यक्ति धार्मिक कर्तव्य का पालन करता है और धार्मिक समाज में योगदान करता है।

सामाजिक लाभ: दालों के दान से गरीब और अवसाधित लोगों को भोजन का सहारा मिलता है। यह उन लोगों की मदद करता है जो भोजन की कमी में हैं और सामाजिक रूप से कमजोर हैं। इसके अलावा, दालों के दान से सामाजिक समरसता और समानता का संदेश भी प्रसारित होता है।

Q. क्या हैं दालों के दान के नियम और विधान?

A. दान के प्रकार: व्यक्ति की सामर्थ्य के अनुसार चावल, अनाज, दाल, आदि में से कोई भी दान किया जा सकता है।

      2. प्राप्ति स्थल: धार्मिक स्थलों में या गरीबों के लिए भोजन वितरित करने के केंद्रों में दान किया जाता है।

       3. समय: धार्मिक और सामाजिक अवसरों पर दान किया जाता है, जैसे महाशिवरात्रि, नवरात्रि, दिवाली, आदि।

       4. आत्मीयता: दान करने की नीयत से, यदि संभव हो, व्यक्ति अन्न वस्त्र धनादिक के साथ दान करता है।

Q. धार्मिक शास्त्रों में दालों के दान का क्या महत्व है?

A. धार्मिक शास्त्रों में दालों के दान का महत्व विभिन्न है, लेकिन कुछ मुख्य कारणों में शामिल है:

  • पुण्य का अर्जन: दालों का दान करने से धार्मिक पुण्य का अर्जन होता है, जिससे व्यक्ति को धार्मिक उन्नति मिलती है।
  • कर्म का सफलता: धार्मिक शास्त्रों में कहा गया है कि दान करने से कर्म का सफलता मिलता है और पापों का निवारण होता है।
  • समाज सेवा: दालों के दान से गरीबों की मदद की जाती है, जो समाज में समरसता और सहानुभूति को बढ़ावा देता है।
  • धार्मिक उत्साह: धार्मिक शास्त्रों में दालों का दान करने के लिए उत्साह और प्रेरणा की बात की गई है, जिससे व्यक्ति अधिक धार्मिक और सामाजिक कार्यों में सक्रिय होता है।

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