वैशाख पूर्णिमा 2024: तारीख, पुजा महत्व, शुभ मुहूर्त और समय।

March 22, 2024

हिंदु पंचांग के अनुसार वैशाख माह में पढ़ने वाली पूर्णीमा को वैसाख पूर्णीमा या बुध पूर्णीमा के नाम से जाना जाता है। कहा जाता है की बुध पूर्णीमा के दिन गौतम बुध का जन्म हुआ था। गौतम बुध को भगवान विष्णु का नौवा अवतार माना जाता है। पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और चंद्र देव की पूजा की जाती है। पूर्णीमा के दिन व्रत, दान, स्नान, सूर्य देव की पूजा करने और उनको अर्घ्य देना चाहिए। 

 

वैशाख पूर्णिमा पूजा विधि 

 

  • वैशाख पूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी उठकर किसी नदी में स्नान करे यदि आप ऐसा नहीं कर सकते तो घर पर ही नहाने के पानी में गंगाजल डालकर स्नान करें।

 

  • स्नान के पश्चात स्वच्छ वस्त्र धारण करें और सूर्य देव को जल जड़ाकर अपने दिन को शुरू करें।

 

  • इसके बाद मंदिर में भी गंगाजल से छिड़काव करें और चाहो तो पुरे घर में गंगाजल का छिड़काव कर शुद्ध करें और घर के मंदिर में दीपक जलाएं और विधी विधान से पूजा करें। यदि आप व्रत कर रहे हो तो भगवान के सामने व्रत का संकल्प लें।

 

  • इसके साथ ही भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विधि विधान के साठ पुजा अर्चना करें। भोग में या जल में तुलसी मिलाए। 

 

  • सत्यनारायण की कथा का पाठ करें।

 

  • पूर्णीमा के दिन सफेद चंदन, अक्षत, बेलपत्र, आंकड़े के फूल और मिठाई से भोग लगाएं और भगवान शिव की पूजा करें।

 

  • शाम को फिर से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करें। 

 

  • रात को चंद्र देव को अर्घ्य दें और चंद्र देव की पूजा करें। उसके बाद अपने व्रत का समापन करें।

 

2024 वैसाख पूर्णीमा की तिथि

 

इस साल वैसाख पूर्णीमा 23 मई गुरूवार के दिन पड़ेगी। 

पूर्णीमा का समय: 22 मई, शाम 6:48 मिनट पर शुरु होगी और 23 मई, शाम 7:23 मिनट पर समाप्त होगी।

 

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q. वैसाख माह की पूर्णीमा को क्या करना चाहिए?

A. वैसाख पूर्णीमा के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करना चाहिए, माना जाता है की इस दिन पीपल के पेड़ में लक्ष्मी जी का वास होता हैं। एक लोटे में जल लें और उसमें कच्चा दूध और बताशा मिलाकर चढ़ाएं। इससे लक्ष्मी जी प्रश्न होंगी। 

Q. 2024 में कितनी पूर्णीमा है?

A. प्रत्येक साल 12 पूर्णीमा होती है, और इस साल भी 12 पूर्णीमा हैं, हर माह 1 पूर्णीमा पड़ेगी। जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक ही सीध में आ जाती है तो उस दिन पूर्णिमा होती है। 

Q. वैशाख पूर्णिमा क्यों मनाते हैं?

A. वैशाख पूर्णिमा को हिंदू पंचांग में एक महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है। इस दिन लोग बौद्ध और जैन धर्म के प्रमुख गायक के जन्मदिन की स्मृति में मनाते हैं, जो भगवान बुद्ध का जन्मदिन होता है। इसके अलावा, कुछ स्थानों पर यह भी माना जाता है कि इस दिन पृथ्वी पर अवतार लेने वाले भगवान परशुराम भी जन्मे थे।

Q. पूर्णीमा के दिन घर में क्या करना चाहिए?

A. पूर्णिमा के दिन घर में ध्यान, पूजा, दान, और साधु-संतों का सम्मान करना चाहिए। व्यक्ति इस दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं और समाज सेवा में भी योगदान दे सकते हैं।

Q. वैसाख की पूजा कैसे करते हैं?

A. वैशाख की पूजा में विशेष रूप से बौद्ध और जैन संप्रदायों में बुद्ध की मूर्ति का पूजन किया जाता है। इसके अलावा, ध्यान, पूजा, व्रत, दान, और सत्संग की गतिविधियों को भी आमतौर पर अपनाया जाता है।

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