अक्षय तृतीया: 6 शुभ संयोग जो बनाएंगे खुशियों का रंग!

May 10, 2024

वैशाख माह की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया कहा जाता है। इस साल अक्षय तृतीया का त्योहार शनिवार, 22 अप्रैल को मनाया जाएगा। अक्षय तृतीया दिवाली और धनतेरस जितनी ही शुभ होती है। इस दिन आभूषण या नई चीजों की खरीदारी करने से इंसान का भाग्योदय होता है। इस बार अक्षय तृतीया 6 बड़े ही शुभ योग में मनाई जाएगी इसमें मां लक्ष्मी जी की पूजा और खरीददारी का शुभ फल कई गुना बढ़ सकता है। अक्षय तृतीया को लोग धन और समृद्धि की प्राप्ति के लिए भी महत्वपूर्ण मानते हैं। इस दिन लोग नए व्यापार शुरू करते हैं, नए निवेश करते हैं और धन लाभ के लिए पूजा-अर्चना करते हैं। धर्मिक और आर्थिक दृष्टि से, यह त्योहार विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।

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अक्षय तृतीया हिन्दू कैलेंडर के अनुसार महत्वपूर्ण त्योहार है। यह त्योहार समृद्धि और सफलता के लिए शुभ माना जाता है। लोग इस दिन धन, सोना, चांदी आदि की खरीदारी करते हैं और नई शुरुआतों की कामना करते हैं। अक्षय तृतीया को धार्मिक और सामाजिक महत्व के साथ मनाया जाता है। इस दिन लोग दान-धर्म, ध्यान और सेवा के महत्व को भी मानते हैं। यह त्योहार भारतीय संस्कृति में विवाह, गृहप्रवेश और नए व्यापार की शुरुआत के लिए भी उत्सुकता से मनाया जाता है।

अक्षय तृतीया पर बनने जा रहे है 6 बड़े ही शुभ योग।

अक्षय तृतीया का धार्मिक महत्व है क्योंकि इसे भगवान विष्णु के अवतार परशुराम के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। इस दिन किये गए धर्मिक कर्मों का फल लंबे समय तक बना रहता है, जिसे “अक्षय” कहा जाता है। इसलिए इस दिन को समृद्धि, खुशियों, और आनंद के साथ मनाया जाता है।

सर्वार्थ सिद्धि योग

अक्षय तृतीया पर सर्वार्थ सिद्धि योग बनने जा रहा है यह योग रात 11:24 मिनट से लेकर 23 अप्रैल को सुबह 5:48 मिनट तक रहेगा। सर्वार्थ सिद्धि योग एक विशेष योग है जो ज्योतिष शास्त्र में प्रमुख रूप से महत्वपूर्ण है। इस योग में चंद्रमा और शुक्र ग्रह एक साथ आते हैं और यह बहुत शुभ माना जाता है। इस योग के समय, धन, समृद्धि, संतान, खुशहाली, और सफलता की प्राप्ति के योग माने जाते हैं। लोग इस समय पर महत्वपूर्ण कार्यों का आयोजन करते हैं और नए शुरुआतों की योजना बनाते हैं।

त्रिपुष्कर योग

अक्षय तृतीया पर त्रिपुष्कर योग भी बनने जा रहा है। यह योग सुबह 5:49 बजे से सुबह 7:49 बजे तक रहेगा। इस दिन इसमें किए गए कार्यों का फल तीन गुना प्राप्त होगा। त्रिपुष्कर योग भी एक विशेष योग है जो ज्योतिष शास्त्र में महत्वपूर्ण है। इस योग में चंद्रमा, शुक्र, और गुरु ग्रह एक साथ आते हैं। यह योग बहुत ही शुभ माना जाता है और इसका समय धन, समृद्धि, सम्पत्ति, और भविष्य के लिए अच्छा माना जाता है। इस समय पर किए गए कार्य बहुत ही सफलता प्राप्त करते हैं और व्यक्ति को सुख-शांति की प्राप्ति होती है।

अमृत सिद्धि योग

अक्षय तृतीया पर अमृत सिद्धि योग भी बनने जा रहा है। यह शुभ योग रात 11:24 मिनट से अगले दिन सुबह 5:48 मिनट तक रहेगा। अमृत सिद्धि योग एक और ज्योतिष योग है जो बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस योग में शुक्र और गुरु ग्रह एक साथ आते हैं, और यह भी बहुत ही शुभ योग माना जाता है। इसका समय धन, समृद्धि, भाग्य, और अच्छे स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है। लोग इस समय पर धन और संतान की प्राप्ति के लिए पूजा, जप, और अन्य धार्मिक कार्यों का आयोजन करते हैं।

आयुष्मान योग

अक्षय तृतीया पर आयुष्मान योग बनने जा रहा है। यह शुभ योग 21 अप्रैल को सुबह 10:59 मिनट से 22 अप्रैल को सुबह 9:25 तक रहेगा। आयुष्मान योग भी ज्योतिष शास्त्र में महत्वपूर्ण है। इस योग में चंद्रमा और मंगल ग्रह एक साथ आते हैं। इसका समय भविष्य, लम्बी आयु, और स्वस्थ जीवन के लिए शुभ माना जाता है। इस योग के समय पर किए गए कार्य लंबे समय तक सफलता प्राप्त करते हैं और व्यक्ति को स्वस्थ और उत्तम जीवन प्राप्त होता है।

रवि योग

अक्षय तृतीया पर रवि योग एक शुभ योग बन रहा है। यह योग रात 11:24 बजे से 23 अप्रैल को सुबह 5:48 बजे तक रहने वाला है। रवि योग भी एक महत्वपूर्ण ज्योतिष योग है। इस योग में सूर्य और बुध ग्रह एक साथ आते हैं। यह योग विद्या, बुद्धिमत्ता, और शिक्षा के लिए शुभ माना जाता है। इसका समय शिक्षा और विद्या के क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए अच्छा माना जाता है। इस योग के समय पर किए गए कार्यों में सफलता मिलती है और व्यक्ति को शिक्षा और ज्ञान की प्राप्ति होती है।

सौभाग्य योग

अक्षय तृतीया पर सुबह 9:25 से अगले दिन सुबह 8:21 मिनट तक सौभाग्य योग रहने वाला है। इस योग में किए गए कार्य हमेशा सफल होते हैं। सौभाग्य योग भी ज्योतिष शास्त्र में महत्वपूर्ण है। इस योग में चंद्रमा और शुक्र ग्रह एक साथ आते हैं। यह योग विवाह, संतान, आर्थिक समृद्धि, और सुख-शांति के लिए शुभ माना जाता है। इस योग के समय पर आर्थिक लाभ, प्रेम और संबंधों में समृद्धि, और परिवारिक सुख प्राप्त होता है। इसलिए इस योग का महत्व बहुत अधिक माना जाता है।

 

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q. अक्षय तृतीया पर विवाह करना कितना शुभ होता है?

A. अक्षय तृतीया पर विवाह करना बहुत ही शुभ माना जाता है। इस दिन विवाहित जोड़े को धन, समृद्धि, और सुख-शांति की प्राप्ति होती है। यह समय विवाह के लिए विशेष रूप से अच्छा माना जाता है क्योंकि इसे धार्मिक और सामाजिक महत्व दिया जाता है, जो जीवन भर के लिए संगीता और सहानुभूति की एक नई शुरुआत प्रदान करता है।

Q. क्या अक्षय तृतीया पर विवाहित जोड़े को धन की प्राप्ति होती है?

A. अक्षय तृतीया पर विवाहित जोड़े को धन की प्राप्ति की आशा की जाती है। इस त्योहार को धन, समृद्धि, और लक्ष्मी की कृपा के लिए बहुत शुभ माना जाता है। धार्मिक दृष्टि से भी, इस दिन किए गए धार्मिक कर्मों का फल बहुत अधिक माना जाता है, जिससे विवाहित जोड़े को संतुलित और समृद्ध जीवन मिल सकता है।

Q. अक्षय तृतीया पर किस तरह की पूजा अथवा धार्मिक कार्य किए जाते हैं?

A. अक्षय तृतीया पर धर्मिक कार्यों में दान, पूजा, हवन, और तीर्थ यात्रा की जाती है। धन, समृद्धि, और भगवान की कृपा के लिए मन्त्र जप भी किया जाता है।

Q. नए व्यवसाय की शुरुआत करना कितना फलदायी होता है?

A. अक्षय तृतीया पर नए व्यवसाय की शुरुआत करना बहुत ही फलदायी हो सकता है। इस दिन किए गए व्यापारिक कार्यों में समृद्धि और उत्तम लाभ प्राप्त हो सकता है। धर्मिक और आर्थिक दृष्टि से, अक्षय तृतीया को व्यवसाय की शुभ शुरुआत के लिए उत्साहपूर्वक मनाना चाहिए।

Q. क्या अक्षय तृतीया पर नये घर में प्रवेश करना शुभ माना जाता है?

A. हां, अक्षय तृतीया पर नए घर में प्रवेश करना बहुत ही शुभ माना जाता है। यह दिन नए शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए बहुत ही उत्सुकता और आनंद के साथ मनाया जाता है। इसलिए, नए घर में प्रवेश करना अक्षय तृतीया को शुभ बना सकता है और नए घर में समृद्धि और सुख-शांति की प्राप्ति हो सकती है।

Q. अक्षय तृतीया पर धन के लिए कौन-कौन से शुभ साधनाएं की जाती हैं?

A. अक्षय तृतीया पर धन के लिए कई शुभ साधनाएं की जाती हैं। इस दिन लोग धन और समृद्धि के प्राप्ति के लिए धार्मिक क्रियाएं और पूजा करते हैं। धन लाभ के लिए लक्ष्मी पूजा, कुबेर पूजा, विष्णु जी की पूजा, और धनवान योगियों की पूजा की जाती है। धन की प्राप्ति के लिए दान, दान, और अन्य सेवाएं भी की जाती हैं। व्यवसायिक क्षेत्र में, लोग नए व्यवसाय की शुरुआत करते हैं और धन संबंधी निवेश करते हैं।

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